World Heritage Day 2022:
List of World Heritage site in India 2022
दुनियाभर में 18 अप्रैल को विश्व विरासत या विश्व धरोहर दिवस के रूप में मनाया जाता है। दुनिया में कई अद्भुत निर्माण हैं जिन्हें हम अपनी प्राचीन संस्कृति की अद्भुत विरासत के रूप में देखते हैं और जो वक्त के साथ साथ जर्जर होती जा रही हैं।
इनके स्वर्णिम इतिहास और निर्माण को बचाने के लिए इन्हे UNESCO द्वारा विश्व विरासत या विश्व धरोहर के रूप में मान्यता दी जाती है। वैसे तो कई सारी विश्व धरोहरें हैं, जो दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं लेकिन यदि हम UNESCO की सूची में शामिल भारतीय विरासत स्थलों की बात करें तो जुलाई 2021 तक भारत के 40 विरासत स्थलों को उनके ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक महत्व को देखते हुए यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में शामिल किया जा चुका है।
यूनेस्को ने भारत में कुल 40 विश्व धरोहरें घोषित की है। इनमें सात प्राकृतिक, 32 सांस्कृतिक और एक मिश्रित स्थल हैं। भारत में सबसे पहली बार एलोरा की गुफाओं (महाराष्ट्र) को विश्व विरासत स्थल घोषित किया था। वहीं अगर हाल ही में विश्व विरासत स्थल घोषित हुए स्थलों की बात करें तो 39वां स्थल रुद्रेश्वर(कालेश्वर) रामप्पा मंदिर, तेलंगाना है और 40वां विश्व विरासत स्थल हड़प्पा सभ्यता का शहर धोलावीरा(गुजरात) है।
यूनेस्को द्वारा घोषित सबसे ज्यादा विश्व विरासत महाराष्ट्र में है। महाराष्ट्र में पांच विश्व विरासत स्थल हैं।
विश्व धरोहर दिवस पर भारत की सभी विश्व विरासत के बारे में जानिए। यहां यूनेस्को द्वारा घोषित भारत के सभी 40 विश्व विरासत की पूरी लिस्ट दी जा रही है।
32 सांस्कृतिक विरासत स्थल
- एलोरा की गुफाएं महाराष्ट्र में स्थित हैं। 1983 में इसे विश्व धरोहर बनाया गया। यह UNESCO द्वारा घोषित भारत का प्रथम विरासत स्थल है।
- आगरा का लाल किला उत्तर प्रदेश में स्थित है। लाल किले को विश्व विरासत 1983 में घोषित किया गया।
- महाराष्ट्र में स्थित अजंता की गुफाओं को 1983 में विश्व विरासत बनाया गया।
- तमिलनाडु के महाबलीपुरम स्मारक को 1984 में विश्व धरोहर घोषित किया गया है।
- उड़ीसा के कोणार्क में सूर्य मंदिर को 1984 में यूनेस्को ने धरोहर घोषित किया।
- मध्य प्रदेश के खजुराहो स्मारकों के समूह को 1986 में विश्व धरोहर बनाया गया।
- उत्तर प्रदेश के फतेहपुर सीकरी को 1986 में धरोहर निर्धारित किया।
- कर्नाटक के हम्पी शहर में स्थित स्मारकों को 1986 में भारतीय धरोहरों की लिस्ट में शामिल किया गया।
- गोवा के चर्च और कान्वेंट को 1986 में धरोहरों की सूची में जगह दी गई।
- 1987 में कर्नाटक के ही पत्तदकल के स्मारकों के समूह को यूनेस्को ने विश्व धरोहर बनाया।
- महाराष्ट्र के एलीफेंटा गुफाओं को 1987 में विश्व धरोहर घोषित किया गया।
- तमिलनाडु के चोल मंदिर को 1987 में विश्व धरोहर घोषित किया गया।
- मध्य प्रदेश के सांची के बौद्ध स्मारक को 1989 में विश्व धरोहर बनाया गया।
- दिल्ली का हुमायूं का मकबरा भी विश्व धरोहर है। इसे 1993 में शामिल किया गया था।
- दिल्ली के कुतुब मीनार और संबद्ध स्मारक को 1993 में विश्व विरासत घोषित किया गया।
- भारत के पर्वतीय रेलवे (विभिन्न भारतीय राज्य) दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे को 1999 में विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया।
- बिहार के बोधगया में महाबोधि मंदिर परिसर को साल 2002 में विश्व विरासत घोषित किया गया।
- मध्य प्रदेश की भीमबेटका को साल 2003 में विश्व धरोहर बनाया गया।
- गुजरात के चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व पार्क को 2004 में विरासत की लिस्ट में शामिल किया गया।
- महाराष्ट्र के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल को साल 2004 में विश्व विरासत बनाया गया।
- दिल्ली के लाल किला परिसर को 2007 में विश्व धरोहर बना दिया।
- राजस्थान के जयपुर जंतर मंतर को साल 2010 में विश्व धरोहर बना दिया गया।
- राजस्थान के ही राजपूताना शैली के 6 किलों को 2013 में विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया।
- गुजरात के पाटन में रानी की वाव (रानी की बावड़ी) को साल 2014 में विश्व विरासत स्थल में जोड़ा गया।
- बिहार के नालंदा महाविहार के पुरातत्व स्थल को 2016 में विश्व धरोहर बनाया गया।
- 2016 में चंडीगढ़ के कैपिट काॅम्पलेक्स को विश्व विरासत बनाया गया।
- गुजरात के अहमदाबाद को ऐतिहासिक शहर के रूप में 2017 में विश्व विरासत स्थलों की लिस्ट में शामिल किया गया।
- 2018 में महाराष्ट्र के मुंबई में स्थित विक्टोरियन गोथिक और आर्ट डेको संरचनाओं को विश्व धरोहर बना दिया गया।
- राजस्थान के जयपुर शहर को 2019 में विश्व विरासत सूची में शामिल किया गया।
- तेलंगाना के कालेश्वर(रुद्रेश्वर) रामप्पा मंदिर को 2021 में विश्व विरासत की लिस्ट में शामिल किया गया।
- गुजरात के धोलावीरा को साल 2021 में विश्व धरोहर स्थलों में शामिल किया गया
7 प्राकृतिक विरासत स्थल
- 1985 में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, असम को विश्व विरासत बनाया गया।
- राजस्थान में स्थित केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान को 1985 में विश्व विरासत घोषित किया गया।
- 1985 में असम के मानस वन्यजीव अभयारण्य को धरोहर घोषित किया गया।
- सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान, पश्चिम बंगाल 1987 को विरासत बनाया गया।
- उत्तराखंड की नंदा देवी और फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान को 1988 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया।
- पश्चिमी घाट (सहयाद्रि पर्वत) विभिन्न भारतीय राज्य (मुख्यतः केरल में) को 2012 विरासत बना दिया है।
- हिमाचल प्रदेश के ग्रेट हिमालयन राष्ट्रीय उद्यान को साल 2014 में विश्व धरोहर बनाया गया।
1 मिश्रित स्थल
- सिक्किम के कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान को साल 2016 नें विश्व विरासत की लिस्ट में शामिल किया गया।
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